वो क्या-क्या, किस-किस तरह से कहेंगे
मैं जनता हूँ, जिस-जिस तरह से कहेंगे
शाह जी सच में, सच के सिवा सब कहेंगे
मैं जनता हूँ वो सच किस तरह से कहेंगे
उनकी मुहब्बत से महज नफ़रत उगेगी
मैं जनता हूँ वो मुहब्बत इस तरह से कहेंगे
तुम्हारी बर्बादियों में भी तुम्हे तरक्की दिखेगी
मैं जनता हूँ वो साजिशों को उस तरह से कहेंगे
तुम्हारा-अनंत
मैं जनता हूँ, जिस-जिस तरह से कहेंगे
शाह जी सच में, सच के सिवा सब कहेंगे
मैं जनता हूँ वो सच किस तरह से कहेंगे
उनकी मुहब्बत से महज नफ़रत उगेगी
मैं जनता हूँ वो मुहब्बत इस तरह से कहेंगे
तुम्हारी बर्बादियों में भी तुम्हे तरक्की दिखेगी
मैं जनता हूँ वो साजिशों को उस तरह से कहेंगे
तुम्हारा-अनंत
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