शनिवार, फ़रवरी 10, 2018

एक बार किया इश्क़ अब कर न सकेंगे...!!

एक बार किया इश्क़ अब कर न सकेंगे
एक बार तो मर गए हैं अब मर न सकेंगे

वो चाहता है जब चाहे बिखेर दे हमको
एक बार बिखर गए हैं अब बिखर न सकेंगे

उसकी निगाह से डरते हैं, बस इतना जान लो तुम
निगाह से उतर गए है, निगाह में उतर न सकेंगे

क्या कहें किस तरह गुज़रे हैं उसके कूचे से हम
जिस तरह गुज़रे हैं, उस तरह गुज़र न सकेंगे

हम उनसे, वो हमसे, हम एक दूजे से डरते थे
जिस तरह डरते थे, अब किसी से डर न सकेंगे

जो कर दिया, सो कर दिया, वो वक़्त ही अलग था
जो कर दिया हमने, अब फिर कभी कर न सकेंगे

अनुराग अनंत

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